चूँकि, आधारभूत ब्रह्माण्ड की व्यापकता बहुत अधिक है। फलस्वरूप आधारभूत ब्रह्माण्ड को विषय मानकर चर्चा नहीं की जा सकती। आधारभूत ब्रह्माण्ड क्रमशः सिद्धांतों, अवयवों, राशियों, कणों, बलों, नियमों, विषयों तथा अवधारणाओं के एकीकरण को विश्लेषित करता है। इसलिए हमने सुविधानुसार चर्चा को चार भागों में विभक्त किया है।
1. प्रकृति और प्राकृतिक : 2. अप्राकृतिक :![]() |
सिद्धांत, मूलभूत अवयव, अवयवों के गुणधर्म, भौतिक राशियों का आपसी रूपांतरण और प्राकृतिक नियमों पर चर्चा की जाती है। |
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विकास, व्यावहारिक नियम, विषय और लोगों की अवधारणाओं पर चर्चा की जाती है। |
3. प्रायोगिक आधारभूत : 4. असैद्धांतिक आधारभूत :
कृपया कर चर्चा को व्यवस्थित तरीके से आगे बढाएं और अपनी बातों को उचित ढंग से रखें। ताकि विषयों को समझने में आसानी हो और सामने वाला आपकी सोच के अनुरूप स्पष्ट रूप से अपनी प्रतिक्रिया दे सके।